आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्‍युचुअल फंड ने लॉन्‍च किया ईएसजी फंड का एनएफओ, जानिए क्या है स्कीम की विशेषता और कहां होगा निवेश

लीडिंग म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने पर्यावरण, सोशल और प्रशासनिक (ईएसजी) थीम पर आधारित न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) लांच किया है। यह एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है। यह ईएसजी आधारित कंपनियों में निवेश करेगी। जिससे निवेशकों को इनके आधार पर अच्छा रिटर्न मिल सके।

इस स्‍कीम का प्रबंधन डेप्यूटी सीआईओ मृणाल सिंह करेंगे। इसका बेंचमार्क निफ्टी 100 ईएसजी इंडेक्‍स टीआरआई होगा।

यह स्कीम किस सेक्टर में निवेश करेगी?

यह स्कीम पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में काम करनेवाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगी। इसके लिए मजबूत ईएसजी स्कोर वाली कंपनियों को चुनेगी। उसमें कुल पोर्टफोलियो का 80 से 100 प्रतिशत तक निवेश करेगी। यानी आप 100 रुपए लगाएंगे तो उसमें से 80 या 100 रुपए इस थीम में निवेश किया जाएगा।

यह एनएफओ कब खुलेगा और कैसे निवेश कर सकते हैं?

यह एनएफओ 21 सितंबर यानी सोमवार को खुलेगा और पांच अक्टूबर को बंद होगा। इसमें आप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की वेबसाइट से और इसकी किसी भी ब्रांच से, किसी डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से, ऐप से या फिर किसी भी डिजिटल तरीके से निवेश कर सकते हैं।

निवेश के लिए शेयरों का चयन कैसे होगा?

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने एनएफओ में जो थीम रखी है, उसी सेक्टर के शेयर में पैसा लगाया जाएगा। इसमें जो कंपनियां विदेशों में हैं उनके शेयरों में भी थोड़ा निवेश किया जा सकता है। यह मजबूत स्कोर वाली कंपनियों को चुनेगी। कंपनियों के चयन की प्रक्रिया इंटरनल रिसर्च पर होगी। यह निफ्टी के 100 ईएसजी पर आधारित होगी।

इस सेक्टर में निवेश क्यों करना चाहिए?

दरअसल पूरी दुनिया में इस समय पर्यावरण को लेकर बातें हो रही हैं। सोशल में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। प्रशासन हर सेक्टर में एक प्रमुख डिपार्टमेंट है। यह सभी ऐसे सेगमेंट हैं, जिनकी मांग हमेशा रहती है। आगे भी इनकी मांग अच्छी रहेगी। इसीलिए इस सेक्टर को चुना गया है। यह सेक्टर हर किसी की पहुंच वाला है और हर किसी से इसका रिश्ता है। इनसे संबंधित कंपनियों के शेयरों में अच्छी मांग दिखेगी।

क्या कहते हैं कंपनी के एमडी

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी और सीईओ निमेश शाह ने कहा कि ईएसजी निवेश स्थायी निवेश का पर्याय है। आने वाले वर्षों में निवेश का ईएसजी तरीका भारत में भी आम हो जाएगा, क्योंकि भारत में अधिकांश युवा आबादी निवेश का निर्णय लेने में अब जागरुक है। अधिकांश अध्ययनों पता चलता है कि अच्छे ईएसजी स्कोर वाली कंपनियां निवेश के लिए जरूरी अधिकांश बातों को पूरा करती है। यह स्कोर पर्यावरण और सामाजिक जोखिमों को कम करता है।

ईएसजी कंपनियां बेहतर ग्रोथ दिखाती हैं

शाह ने कहा कि ईएसजी कंपनियां बेहतर ग्रोथ प्रदर्शित करती हैं जो निवेशकों की पूंजी में बढ़त करती हैं।साथ ही मंदी के समय में बेहतर फ्लैक्सिबल प्रदर्शित कर सकती हैं। भारत में ईएसजी शुरुआती चरण में है और आगे इसमें काफी संभावनाएं है। जबकि वैश्विक स्‍तर पर, रिस्‍पांसिबल इन्‍वेस्टिंग यानी ईएसजी आधारित निवेश कुछ समय से चल रहा है। निवेशक इसे स्‍वीकार रहे हैं। 2019 में इस फंड में 154 बिलियन डॉलर की राशि आई थी। 2009 में यह 21 अरब डॉलर था।

यह किन निवेशकों के लिए सही है?

यह उनके लिए सही है जो निवेशक लंबी अवधि में अपने निवेश में अच्छी बढ़त चाहते हैं। जो निवेशक इक्विटी और इक्विटी से संबंधित संसाधनों में निवेश करना चाहते हैं।

बेंचमाक- निफ्टी 100 ईएसजी इंडेक्स-

इस इंडेक्स में कुल 88 कंपनियां होंगी। 17 सेक्टर्स होंगे। इंडेक्स में चार सेक्टर्स का हिस्सा 72 प्रतिशत है। इसमें फाइनेंशियल सर्विसेस, आईटी, कंज्यूमर गूड्स और ऑयल एवं गैस है।

किस तरह के स्टॉक में नहीं होगा निवेश?

ईएसजी के तहत अगर कोई कंपनी तंबाकू या उससे संबंधित उत्पादों के निर्माण में शामिल है, या फिर हथियारों का निर्माण करती है। इस तरह की कंपनियों के शेयरों में निवेश नहीं होगा। ऐसी कंपनी जो शराब बनाती हो, जिसमें गवर्नेंस का मामला हो, या फिर किसी अन्य तरह की दिक्कत हो, उनमें निवेश नहीं किया जाएगा।



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कंपनियों के चयन की प्रक्रिया इंटरनल रिसर्च पर होगी। यह निफ्टी के 100 ईएसजी पर आधारित होगी


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